क्रिकेट में कई सारे ऐसे रिकॉर्ड हैं जिन्हें तोड़ पाना लगभग नामुमकिन हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही कभी न टूटने वाले कुछ क्रिकेट रिकार्ड्स के बारे में।
क्रिकेट में गॉड की उपाधि पाने वाले सचिन तेंदुलकर के कई ऐसे रिकॉर्ड हैं जिन्हें तोड़ पाना काफी मुश्किल हैं। सचिन ने अपने करियर में 100 शतक मारे हैं। सचिन ने 200 टेस्ट मैच खेले हैं।
रोहित शर्मा के नाम वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक 3 दोहरे शतक मारने का रिकॉर्ड दर्ज हैं। रोहित ने वनडे में सबसे हाईएस्ट 264 रनों की पारी खेली थी। क्रिकेटर का ये रिकॉर्ड तोड़ पाना किसी बल्लेबाज के लिए आसान नहीं हैं।
वेस्टइंडीज के ब्रायन लारा ने 1994 में वारविकशायर के खिलाफ डरहम की तरफ से खेलते हुए 501 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली थी। यह भी कभी न टूटने वाले रिकॉर्ड की लिस्ट में शामिल हैं।
डॉन ब्रैडमैन ने अपने टेस्ट करियर में 99.94 की औसत से रन बनाए थें। डॉन ब्रैडमैन के इस रिकॉर्ड को तोड़ पाना किसी भी बल्लेबाज के लिए मुश्किल हैं।
श्रीलंका के तेज गेंदबाज रहें चामिंडा वास के नाम 2001 में एक वनडे मैच के दौरान 19 रन देकर 8 विकेट हासिल किए थे। यह भी कभी न टूटने वाले रिकार्ड में शामिल हैं।
जैक हॉब्स ने घरेलू क्रिकेट में सबसे ज्यादा 199 शतक मारने का रिकॉर्ड बनाया था। उनके इस रिकॉर्ड के आसपास भी अब तक कोई नहीं भटक सकते हैं।
इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड श्रीलंका के गेंदबाज मुथैया मुरलीधरन के नाम दर्ज हैं। मुथैया ने अपने इंटरनेशनल करियर में 1347 विकेट लिए थे।