इंडिया में दिल के मरीजों की संख्या कई गुना ज्यादा है, क्योंकि यहां के लोगों की फूड, लाइफस्टाइल और तरीका खराब होता जा रहा है।
पहले हार्ट अटैक की समस्या मिडिल और ओल्ड एज में ज्यादा होता था, लेकिन आज यह यंग एज में भी होता दिखाई पड़ रहा है।
दरअसल, जब नसों में हद से ज्यादा बैड कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है तो धमनियां संकरी हो जाती है। ऐसे में ब्लड को दिल तक पहुंचने के लिए जोर लगाना पड़ता है।
जिसकी वजह से ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ जाता है, फिर हार्ट अटैक आ जाता है। इससे बचने के लिए कुछ आदतों में बदलाव करना जरूरी है।
हमारे दिल की सेहत कैसा रहेगा इसका सबसे बड़ा कारण हमारा डाइट है। अगर आप नहीं चाहते हैं कि हार्ट अटैक आए तो हेल्दी चीजों को खाना शुरू कर दें।
हमारे दिल की सेहत कैसा रहेगा इसका सबसे बड़ा कारण हमारा डाइट है। अगर आप नहीं चाहते हैं कि हार्ट अटैक आए तो हेल्दी चीजों को खाना शुरू कर दें।
पैकेज्ड फूड, रेड मीट, चीनी फ्राइड चीजों के बदले आप हरी सब्जियां, ताजे फल, मछली और होल ग्रेन जैसे हेल्दी फूड का सेवन करें।
यदि आप यंग एज में ऑफिस में बैठकर 8 से 10 घंटे बैठे रहते हैं जिसके कारण दिल की सेहत खराब होने लगती है। ऐसे में पैदल चलना, घूमना आदि शुरू कर दें।
पढ़ाई से लेकर कारोबार तक इंसान का बोझ काफी बढ़ जाता है। यदि हार्ट अटैक का खतरा कम करना है तो खुश रहने की आदत डाल लें।