हिंदू धर्म में अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा की जाती है। लोग भगवान को प्रसन्न करने के लिए उन्हें प्रसाद चढ़ाते हैं। साथ ही परिक्रमा लगाते हैं।
सनातन धर्म में परिक्रमा करना पूजा का एक हिस्सा माना गया है। धार्मिक मान्यता है कि परिक्रमा लगाने से भगवान की विशेष कृपा प्राप्त होती है। मन को सुख-शांति मिलती है।
परिक्रमा का फल तब मिलता है जब इसके नियम का पालन किया जाएं। कई लोगों को नहीं पता कि किस देवी-देवता की कितनी परिक्रमा करनी चाहिए।
शिवलिंग की आधी परिक्रमा करना लाभकारी माना जाता है।
भगवान विष्णु की पांच बार परिक्रमा लगाना चाहिए।
पवनपुत्र और रामभक्त हनुमानजी की परिक्रमा तीन बार लगाना शुभ माना जाता है।
माता दुर्गा सहित सभी देवियों की परिक्रमा एक बार करना चाहिए। परिक्रमा करते समय भगवान का ध्यान करना चाहिए। साथ ही मंत्र का जाप करना चाहिए।
भगवान गणेश की तीन परिक्रमा करना चाहिए। मंदिर या देवी-देवताओं की परिक्रमा घड़ी की दिशा में करना चाहिए।