धनतेरस की पूजा के बाद चावल के साफ और पूर्ण 21 दाने लेकर लाल रंग के कपड़े में लपेटकर तिजोरी में रखें। आर्थिक तंगी दूर होगी।
धनतेरस पूजा के बाद घर की सभी सदस्यों को माथे पर तिलक लगाना चाहिए। इस तिलक में अखंडित चावल का प्रयोग करने से भाग्योदय होता है।
धनतेरस पर तांबे के लोटे में रोली के साथ अक्षत मिलाकर सूर्यदेव को अर्घ्य देने से बंद किस्मत खुल जाती है और समस्याएं दूर होती है।
धनतेरस के दिन चावल के पांच दाने भगवान शिव को चढ़ाने से वे प्रसन्न होते हैं। साथ ही हर समस्या का हल हो जाता है।
कुंडली में यदि चंद्रमा कमजोर है और आप मानसिक रूप से परेशान रहते हैं तो धनतेरस पर एक मुट्ठी चावल का दान कर दें। इससे चंद्रमा मजबूत होगा।