हिंदू धर्म में प्रमुख त्योहारों में से एक दीपावली के त्योहार को माना जाता है। इस साल यह त्योहार 12 नवंबर यानी रविवार को मनाया जाएगा।
दिवाली उत्सव 5 दिनों तक होता है। इस त्योहार की शुरुआत धनतेरस से होती है। वहीं, पांचवे दिन भाई दूज का त्योहार मनाया जाता है।
हर साल छोटी और बड़ी दिवाली मनाई जाती है। बेहद कम लोग दोनों के बीच का अंतर जानते हैं। आइए आज छोटी और बड़ी दीपावली का अंतर जान लेते हैं।
कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को छोटी दिवाली का पर्व मनाया जाता है। धार्मिक ग्रंथों में उल्लेख है कि इस दिन भगवान कृष्ण ने नरकासुर का वध किया था।
छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी का त्योहार भी मनाया जाता है। मान्यता है कि नरकासुर के वध के बाद लोगों ने दीपक जलाए थे। इसके बाद से ही दीपावली से पहले छोटी दिवाली को मनाया जाता है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को बड़ी दिवाली का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन रात के समय धन की देवी लक्ष्मी की पूजा भी की जाती है।
प्रभु श्रीराम ने इसी दिन अयोध्या में वापसी की थी। उनके आने की खुशी में भी दीप जलाकर दीपावली का त्योहार मनाया जाता है।
बड़ी दिवाली को लेकर यह मान्यता भी है कि इस दिन धन की देवी लक्ष्मी भी प्रकट हुई थी। देवी लक्ष्मी का स्वागत करने के लिए भी बड़ी दिवाली का पर्व मनाया जाता है।