शास्त्रों की मानें तो मंदिर आदि के अलावा भी कुछ ऐसी जगह है, जहां लोग अनजाने में जूते चप्पल पहनकर चले जाते हैं, जो पवित्र होती हैं।
कहा जाता है कि अलमारी या लॉकर में धन आदि रखा जाता है और यहां पर मां लक्ष्मी का वास भी होता है।
अधिकतर लोग घर में अलमारी या लॉकर के पास जूते चप्पल पहनकर ही चले जाते हैं। जबकि शास्त्रों में इन्हें भी पवित्र माना जाता है। इस पवित्र जगह पर जूते चप्पल पहनकर जाने से मां लक्ष्मी नाराज होती हैं।
पवित्र नदी की पूजा वाली जगह को छोड़कर उसके किसी दूसरे किनारे पर लोग जूते-चप्पल पहनकर ही नदी में चले जाते हैं, जिसे अशुभ माना जाता है।
पवित्र नदी में किसी भी तरह से जूते चप्पल या चमड़े से बनी वस्तुएं लेकर न जाएं। फिर चाहें आप किसी पवित्र नदी पर पिकनिक मनाने गए हों या पूजा करने।
कई लोग घर की चप्पल को पहनकर किचन में भी प्रवेश कर जाते हैं। रसोई घर में अन्नपूर्णा का वास होता है। यही नहीं इस जगह पर अन्न और अग्नि दोनों ही पूजनीय हैं। किसी भी तरह की चप्पल पहनकर रसोई में न जाएं।
रसोई की तरह भंडार घर में भी चप्पल पहनकर नहीं जाना चाहिए। अगर आप उस जगह पर चप्पल आदि पहनकर जाते हैं तो इससे घर में दरिद्रता आती है। घर में परेशानियों का पहाड़ टूट पड़ता है।