यदि कुछ बातों को ध्यान में रखा जाए तो आप सफलता के रास्ते पर आगे बढ़ सकते हैं। वास्तु में खुशहाली, तरक्की और उन्नति के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं।
हमारे घर की सीढ़ियां एक महत्वपूर्ण स्थान होता है,सीढ़ियां हमें ऊपर की ओर लेकर जाती हैं इसलिए माना जाता है कि सीढ़ियों में दोष का प्रभाव हमारी उन्नति पर भी पड़ता है।
वास्तु में सीढ़ियों को लेकर भी महत्वपूर्ण नियम बताए गए हैं। यदि आपके घर में सीढ़ियां सही प्रकार से बनी हुई हैं, तो ये आपको उन्नति के शिखर तक ले जा सकती हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में सीढ़ियां बनवाने के लिए नैऋत्य कोण यानी दक्षिण-पश्चिम दिशा उत्तम रहती है या फिर उत्तर-पश्चिम दिशा में सीढ़ियां बनवानी चाहिए। इससे घर में के सदस्यों की प्रगति होती है।
इस बात का ध्यान रखना चाहिए की सीढ़ियों की संख्या कभी सम में नहीं होनी चाहिए, सीढ़ियां हमेशा विषम संख्या जैसे 7, 11, 21 आदि। इससे परिवार के सदस्यों की तरक्की होती है।
सीढ़ियों में यदि कोई वास्तु दोष है और उसे तोड़ा नहीं जा सकता है तो सीढ़ियों के नीचे पिरामिड रखना चाहिए, इससे वास्तु दोष की समस्या दूर होती है।
घर में बनी हुई सीढ़ियों के नीचे यदि खाली स्थान है, तो उसके नीचे कभी भी उसके नीचे बाथरूम, टॉयलेट या रसोई नहीं बनवानी चाहिए। इसके अलावा एक्वेरियम भी सीढ़ियों के नीचे नहीं रखना चाहिए।
सीढ़ियां प्रगति का प्रतिनिधित्व करती हैं, इसलिए सीढ़ियों को हमेशा क्लॉकवाइज घुमाव में बनवाना चाहिए। माना जाता है कि ऐसी सीढ़ियां उन्नति की ओर ले जाती हैं।