हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार लोगों की हाथों की रेखाएं देखकर भी उनके आने वाले कल के बारे में जाना जा सकता है। जानें हथेली में अर्धचंद्र बनना क्यों शुभ होता है -
दोनों हथेलियों को मिलाने पर जब अर्धचंद्र बनता है और दोनों हाथ की हृदय रेखाएं सीधी होकर गुरु पर्वत की तरफ जाएं तो उनका वैवाहिक जीवन सुखमय रहता है।
जिन लोगों के हाथों में अर्धचंद्र बनता हैं ऐसे लोगों को खूबसूरत और मनपसंद जीवनसाथी मिलता है। पार्टनर जीवन भर साथ निभाता है।
जिस व्यक्ति की हथेली में अर्धचंद्र बनता है, वह अपने जीवनसाथी से बहुत प्रेम करते हैं और अपने साथी से भी ऐसे ही प्रेम की अपेक्षा रखते हैं।
हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार जिस व्यक्ति की हथेली में अर्धचंद्र बनता है, वे बहुत तेज दिमाग वाले होते हैं और किसी भी मुश्किल परिस्थिति से आसानी से निकल जाते हैं।
हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार जिस व्यक्ति की हथेली में अर्धचांद बनता है उनके अन्दर अच्छी नेतृत्व क्षमता होती है।
हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार जिस व्यक्ति की हथेली में अर्धचंद्र बनता है, वे लोग दिल से दोस्ती निभाते हैं। हर परिस्थिति में अपने दोस्तों के साथ खड़े रहते हैं।
हस्तरेखा ज्योतिष के अनुसार जिस व्यक्ति की दोनों हथेलियों की रेखाएं आपस में मिलकर एक सीधी लाइन बनाती हैं, वे लोग शांत और दयालु स्वभाव के होते हैं।