डॉल्फिन को अकेला रहना पसंद नहीं है। इसलिए वह 10 से 12 के समूह में ही रहती है। इनकी उम्र 18 साल होती है।
चंबल में रहने वाली डॉल्फिन को सांस लेने के लिए 15 मिनट में पानी के ऊपर आना पड़ता है। तभी यह सैलानियों को नजर आती है।
मादा डॉल्फिन नर से बड़ी होती है। अपनी विशेष खाशियतों से भरी हुई है चंबल की नदी। चंबल में रहने वाली डॉल्फिन अंधी होती है।
केंद्र सरकार ने 5 अक्टूबर को डॉल्फिन को राष्ट्रीय जलीय जीव घोषित कर चुकी है। इसलिए चंबल की पहचान बन रही है।
डॉल्फिन एक बार में एक ही बच्चा होता है और गर्भकाल के दौरान दूसरी 5 से 6 डॉल्फिन उसके साथ रहती है।
डॉल्फिन की सूंघने की क्षमता जबरदस्त और सबसे तेज होती है। यह इसकी विशेष पहचान है।