भगवान राम ने मनुष्य के रुप में सभी मर्यादाओं का पालन करते हुए धर्म और न्याय का आदर्श प्रस्तुत किया।
उनके गुणों का अनुसरण करने पर आज भी आप जीवन से सभी क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
भगवान राम ने एक आम आदमी की तरह तमाम कष्ट उठाए और हमेशा आगे रहकर मुश्किलों का सामना किया।
भगवान राम ने जटायु, केवट, वानरों आदि सभी को सम्मान दिया और उनकी मदद से असंभव लक्ष्य हासिल किया।
भगवान राम ने नल-नील, अंगद, हनुमान जैसे लोगों की प्रतिभा पहचानी और उनकी योग्यता के अनुसार काम दिया।
राम ने हमेशा विनम्रता और समानता का भाव दिखाया। शबरी के जूठे बेर खाए तो हनुमान को भाई के समान माना।
भगवान राम ने पिता, माता, भाई या मित्रों के लिए कष्ट उठाने या त्याग करने में कभी हिचकिचाहट नहीं दिखाई।