हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण को महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक माना जाता है। इसमें जन्म से लेकर मृत्यु के बाद तक की कुछ जरूरी बातों का उल्लेख है।
गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी चीजों के उदाहरण भी दिए गए हैं, जो व्यक्ति को अध्यात्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करती हैं।
पक्षीराज गरुड़ के सवालों का जवाब देते हुए भगवान नारायण ने जीवन को सही तरीके से जीने के बारे में बताया, जिसका जिक्र गरुड़ पुराण में है।
गरुड़ पुराण के मुताबिक, किसी भी महिला या पुरुष को अपने जीवन में गलती से भी कुछ काम नहीं करने चाहिए। इसका प्रभाव व्यक्ति की छवि पर पड़ता है।
गरुड़ पुराण में बताया गया है कि स्त्री या पुरुष को कभी भी अपने जीवनसाथी से लंबे समय तक दूर नहीं रहना चाहिए। इससे परिवार में कई परेशानियां आती हैं।
किसी को भी दूसरों का अपमान नहीं करना चाहिए। अगर आप किसी का अपमान करते हैं तो संभावना है कि भविष्य में वह आपके लिए परेशानी का कारण बन जाएं।
समाज में अपना सम्मान बनाए रखने के लिए किसी दूसरों के घर में ज्यादा समय तक नहीं रुकना चाहिए। ऐसा करने से आपका आत्म-सम्मान कम हो सकता है।
ऐसा कहा जाता है कि जिस व्यक्ति का चरित्र बुरा होता है, उससे बचकर रहना ही सही है। ऐसे लोगों की संगत आपको भी खराब कर सकती हैं।