सनातन धर्म के 18 पुराणों में से एक गरुड़ पुराण है। इस महत्वपूर्ण ग्रंथ में इंसान को भगवान नारायण की भक्ति करने का संदेश भी दिया गया है।
शास्त्रों में मोक्ष के बारे में बताया गया है कि जन्म-मरण के बंधनों से मुक्त होना ही मोक्ष कहलाता है। इसकी प्राप्ति के लिए ही इंसान अपने जीवन में धर्म-कर्म करते हैं।
गरुड़ पुराण में मोक्ष प्राप्ति के रास्ते बताए गए हैं। माना जाता है कि इन पवित्र कार्यों को करने से व्यक्ति को जन्म-मरण के बंधनों से मुक्ति मिल जाती है।
मनुष्य अपने जीवन में कई तरह की गलतियां करते हैं। देह त्यागने से पहले इंसान को सांसारिक चीजों के मोह से दूर हो जाना चाहिए।
मोक्ष प्राप्ति का एक मात्र रास्ता है कि जिंदगी के अंतिम क्षणों में संसार की मोह माया को भूला दिया जाएं। इसके साथ ही, भगवान का ध्यान करना शुरू कर दें।
गरुड़ पुराण के मुताबिक, वृद्ध अवस्था में इंसान को ओम का जाप करना चाहिए। इसके अलावा, गायत्री मंत्र का जाप करना भी मोक्षदायक माना गया है।
शास्त्रों में भी इस बात का उल्लेख मिलता है कि पाप धोने के लिए पवित्र तीर्थ में स्नान करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है।
इस बारे में माना जाता है कि जिस व्यक्ति की आत्मा को मुक्ति नहीं मिलती है, उसे फिर से इंसान का शरीर मिल जाता है।