हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण को महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक माना जाता है। इस पुराण में जीवन और मृत्यु के बाद की कुछ रोचक बातों के बारे में बताया गया है।
अक्सर सभी के मन में यह सवाल होता है कि मृत्यु के बाद क्या होगा। इसका जिक्र पुराणों में किया गया है कि व्यक्ति को कर्मों का फल मिलता है।
गरुड़ पुराण में उल्लेख है कि व्यक्ति को किन कर्मों से पाप और पुण्य मिलता है। इन कर्मों के आधार पर ही व्यक्ति को स्वर्ग और नर्क भोगना पड़ता है।
अक्सर व्यक्ति अनजाने में कुछ ऐसे कर्म कर देते हैं, जिन्हें करने से पाप लगता है। इतना ही नहीं, व्यक्ति के यह कर्म उसे नर्क का भागी भी बना देते हैं।
गरुड़ पुराण में उल्लेख है कि नर्क 36 प्रकार के होते हैं। मरने के बाद इनमें व्यक्ति को उनके पाप कर्मों के आधार पर ही भेजा जाता है।
कुछ लोग जीवन की परेशानियों से तंग आकर अपनी जिंदगी खत्म कर लेते हैं। ऐसे लोगों को मरने के बाद नर्क में जाकर कष्ट भोगना पड़ता है।
गरुड़ पुराण के अनुसार, जो व्यक्ति लालच में आकर झूठी गवाही देता है, उसे मरने के बाद नर्क भोगना पड़ता है। इनका दंड भी बेहद कठोर होता है।
पुराणों में बताया गया है कि जीवों को परेशान करने वाले व्यक्ति को भी नर्क में स्थान मिलता है। इन्हें बेहद कठोर दंड दिया जाता है।