हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण को महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक माना जाता है। इसमें व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु तक की जानकारी का विस्तार में वर्णन किया गया है।
धार्मिक ग्रंथों में भी कहा गया है कि व्यक्ति को उसके कर्मों के आधार पर स्वर्ग या नरक में मरने के बाद जगह मिलती है। आज बात कर रहे हैं कि स्वर्ग और नरक से आए व्यक्ति की पहचान कैसे की जा सकती है।
गरुड़ पुराण के अनुसार, नरक से आए व्यक्ति का व्यवहार अच्छा नहीं होता है। ऐसे लोग हमेशा दूसरों की निंदा करते हैं और उन्हें परेशान करते रहते हैं।
नरक से आए व्यक्तियों का आचरण भी बुरा रहता है। इनका सभी के प्रति कठोर व्यवहार रहता है। यदि आपके बीच कोई ऐसा इंसान है तो समझ लें कि वह नरक की यातनाएं झेलकर आया है।
नरक लोक से आए व्यक्ति हमेशा धन-संपत्ति छीनने की कोशिश में लगे रहते हैं। लड़ाई-झगड़ा करना भी इनके आचरण का हिस्सा होता है।
गरुड़ पुराण के अनुसार, स्वर्ग लोक से आए व्यक्ति हमेशा दूसरों के प्रति अच्छा आचरण रखते हैं। ऐसे लोग गुरुजनों की आज्ञा का पालन भी करते हैं।
स्वर्ग लोक से आए व्यक्तियों की सबसे बड़ी पहचान होती है कि ये दूसरे प्राणियों से भी प्रेम करते हैं। इतना ही नहीं, ये दूसरों का भी भला सोचते हैं।
आपकी पहचान में यदि कोई ऐसा व्यक्ति है, जो हमेशा सत्य के मार्ग पर चलता है तो समझ लें कि वो स्वर्ग लोक से आया है। गरुड़ पुराण में ऐसे लोगों को महान पुरुष भी कहा जाता है।