श्राद्ध पक्ष के समापन के अंतिम दिन सर्वपितृ अमावस्या का पर्व मनाया जाता है। इस दिन कुछ आसान उपाय करने से व्यक्ति को काफी लाभ मिलता है।
दरअसल, अंतिम श्राद्ध पक्ष के दिन सभी ज्ञात और अज्ञात पितरों का श्राद्ध करने की परंपरा होती है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन आपके सभी पितर घर के द्वार पर उपस्थित हो जाते हैं।
सर्वपितृ अमावस्या के दिन गरुड़ पुराण के कुछ आसान उपाय करने का विशेष महत्व माना जाता है। अगर आप इन उपायों को करते हैं तो पितरों की कृपा से आपकी परेशानियां दूर हो जाएंगी।
पितृ पक्ष के समापन पर दान करने का विशेष महत्व होता है। इस दिन किए गए दान कर्मों का फायदा व्यक्ति को पूरे जीवन मिलता है।
सर्वपितृ अमावस्या के दिन छोटे ब्राह्मण को भोजन कराना ज्यादा लाभकारी माना जाता है। यदि आपको ब्राह्मण नहीं मिले तो ऐसे में भांजे, जमाई या मित्र को भोजन करा सकते हैं।
हिंदू धर्म में गीता का विशेष धार्मिक महत्व माना गया है। सर्वपितृ अमावस्या के दिन इसका पाठ करने से पितरों और भगवान का आशीर्वाद मिलता है।
हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण को भी महत्वपूर्ण ग्रंथ में एक माना गया है। श्राद्ध पक्ष के समापन पर आप गरुड़ पुराण का पाठ भी अपने घर में करवा सकते हैं।
सर्वपितृ अमावस्या पर तर्पण और पिंडदान का भी विशेष महत्व होता है। इस दिन विधि-विधान से पिंडदान करने से पितरों को जल्द मुक्ति मिलती है।