आजकल की बदलती लाइफस्टाइल और बढ़ते वर्कलोड की वजह से कई तरह की समस्याएं होती हैं। इन्हीं समस्याओं में से एक हैं माइग्रेन की समस्या।
यह समस्या उन लोगों में अधिक होती है, जिनकी तंत्रिका कोशिकाएं किसी खास चीज के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं। अधिक रोशनी और मतली के प्रति अधिक संवेदनशीलता हो सकती है।
वैसे इसका कोई इलाज नहीं है, हालांकि इस समस्या से राहत के लिए लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं।
वहीं, कुछ ऐसी आदतें भी हैं, जो माइग्रेन को ट्रिगर करती हैं। ऐसे में माइग्रेन से बचाव के लिए इन आदतों में सुधार किया जा सकता है।
हमारे स्वस्थ शरीर के लिए पर्याप्त नींद बेहद जरूरी होती है। नींद पूरी न होने पर पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं और माइग्रेन को भी ट्रिगर करती है।
वहीं कुछ फूड आइटम्स भी ऐसे होते हैं, जिनका सेवन करने से माइग्रेन का दर्द बढ़ सकता है। इस समस्या में प्रोसेस्ड मीट, पुराना पनीर और आर्टिफिशियल स्वीटनर के सेवन से बचना चाहिए।
आजकल की लाइफस्टाइल में अधिकतर लोग बढ़ते वर्कलोड की वजह से टेंशन में रहते हैं। इसकी वजह से भी माइग्रेन ट्रिगर होता है।
हार्मोन्स में उतार-चढ़ाव की वजह से भी माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है। वहीं कई बार तेज रोशनी और तेज आवाज की वजह से माइग्रेन पेन हो सकता है।
इन वजहों से माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है। लाइफस्टाइल और हेल्थ से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें naidunia.com