सावन माह भगवान शिव का प्रिय महीना है। इस माह में आने वाले व्रत और त्योहार का विशेष महत्व है। इससे भगवान शिव के साथ माता पार्वती की भी कृपा प्राप्त होती है। हरियाली तीज का व्रत विवाहित महिलाएं अपनी पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। आइए जानते हैं कि हरियाली तीज का व्रत पहली बार करने वाली महिलाएं ध्यान रखें ये बातें-
इस दिन नव विवाहित महिलाओं को 16 श्रृंगार कर विधि विधान से भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा आराधना करनी चाहिए। इससे वैवाहिक जीवन सुखी रहता है और खुशहाली बनी रहती है।
अगर शादी के बाद पहली बार हरियाली तीज का व्रत रख रही हो, तो सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करना चाहिए। उसके बाद हरे रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए। 16 श्रृंगार धारण करना चाहिए।
इस दिन जो महिलाएं पहली बार व्रत रख रही है, उन्हें मेहंदी लगानी चाहिए। यह नव विवाहित महिलाओं के लिए खास है क्योंकि यह वैवाहिक जीवन की शुरुआत का प्रतीक माना गया है।
इस दिन नव विवाहित महिलाओं को निर्जला व्रत रखना चाहिए। इससे भगवान शिव और माता पार्वती की कृपा प्राप्त होती है और वैवाहिक जीवन में खुशियां बनी रहती है।
इस दिन नव विवाहित महिलाओं को शिव जी और माता पार्वती के पूजा के साथ कथा भी पढ़नी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि व्रत कथा सुनती व पढ़ती हैं, उन्हें अखंड सौभाग्य का वरदान मिलता है और वैवाहिक जीवन भी खुशहाल रहता है।
हरियाली तीज का व्रत पति की लंबी आयु के लिए रखा जाता है। इस दिन पूरे विधि-विधान से पूजा करने पर भगवान शिव और माता पार्वती का आर्शीवाद मिलता है और परिवार में खुशहाली बनी रहती है।
हरियाली तीज का व्रत पहली बार करने वाली महिलाएं ये बातें ध्यान रखें । एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM