महिलाएं सौभाग्य, संतान और पति की लंबी उम्र के लिए हरतालिका तीज व्रत करती हैं। इस दौरान महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं।
ऐसी मान्यता है कि इस पुनीत व्रत को करने से महिलाओं के सौभाग्य में वृद्धि होती है और दांपत्य जीवन में सुख-शांति आती है।
हर वर्ष भाद्रपद के शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज मनाई जाती है और इसमें भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा होती है।
धर्म ग्रंथों में भाद्रपद की शुक्ल पक्ष की शुक्ल तृतीया को हस्त नक्षत्र में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजन का विशेष महत्व बताया गया है।
हर साल की भांति इस साल भी हरतालिका तीज का व्रत मनाया जाएगा। जिसके बारे में आइए जानते हैं कि यह कब मनाया जाएगा।
हर साल की भांति इस साल भी हरतालिका तीज का व्रत मनाया जाएगा। जिसके बारे में आइए जानते हैं कि यह कब मनाया जाएगा।
इस वर्ष हरतालिका व्रत सोमवार, 18 सितंबर को मनाया जाएगा। इसका प्रातः काल शुभ मुहूर्त 18 सितंबर, 6:07 बजे से 8:34 बजे तक है।
इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की प्रतिमा बनाकर उनकी पूजा की जाती है। काफी विधि-विधान से यह व्रत होता है।
मान्यता है कि इस व्रत को सबसे पहले माता पार्वती ने भगवान शंकर को पति के रूप में पाने के लिए किया था। तब से यह व्रत होता चला आ रहा है।