विशेषज्ञों का कहना है कि सौंफ में पाया जाने वाला तेल मधुमेह रोगियों के लिए लाभदायक साबित हो सकता है। सौंफ खून में शर्करा की मात्रा को कम कर मधुमेह के खतरे को कम कर सकती है।
सौंफ का सेवन पाचन संबंधी समस्याओं के निदान के लिए लाभदायक होता है। पेट में दर्द, सूजन और गैस जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने के साथ ही सौंफ अल्सर, दस्त और कब्ज आदि से भी बचाव करती है।
सौंफ के सेवन से बढ़ते वजन को नियंत्रित किया जा सकता है। इसकी मदद से शरीर में अतिरिक्त वसा भी नहीं बनने पाती है।
सौंफ का सेवन आंखों की बीमारियों से बचाव करता है। आंखों संबंधी समस्याओं का इससे निदान होता है।
सौंफ के सेवन से बढ़ते वजन को नियंत्रित किया जा सकता है। इसकी मदद से शरीर में अतिरिक्त वसा का निर्माण नहीं होने पाता है।
सौंफ के सेवन से श्वास और अस्थमा संबंधी समस्याओं का निदान किया जा सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए सौंफ लाभदायक है।
सौंफ में फाइबर की मौजूदगी रहती है। इसकी मदद से कोलस्ट्राल को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इससे दिल की बीमारियों से बचाव होता है।
सौंफ के सेवन से रक्तचाप पर नियंत्रण पाया जा सकता है। जानकारों के अनुसार सौंफ में उपस्थित पोटेशियम और मैग्नीशियम रक्त में सोडियम की मात्रा को नियंत्रित करता है।