ज्योतिष शास्त्र के हिसाब से सभी ग्रहों का अलग महत्व होता है। ज्योतिष में राहु और केतु को क्रूर ग्रह माना जाता है। दोनों काफी प्रभावशाली ग्रह हैं।
ऐसी मान्यता है कि जिन व्यक्ती की कुंडली में इन दोनों ग्रहों का दोष होता है उनका जीना हराम हो सकता है। यदि ये कुंडली में नीच ग्रह पर पहुंच जाएं तो अधिक परेशानी होती है।
शनिवार के दिन राहु और केतु की पूजा का विधान है। यदि नियमित रूप से राहु और केतु के कवच का पाठ किया जाए तो इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
शिवजी की पूजा करके राहु और केतु के दुष्प्रभाव को कम किया जा सकता है। इसके लिए सोमवार के दिन शिवजी को काले तिल, बेलपत्र और गंगाजल अर्पित करें।
राहु और केतु के दोष से मुक्ति पाने के लिए नीले और गुलाबी रंग के कपड़े धारण करें। इसके साथ ही रोजाना कुत्ता को रोटी खिलाना चाहिए।
राहु और केतु के दोष से मुक्ति पाने के लिए नीले और गुलाबी रंग के कपड़े धारण करें। इसके साथ ही रोजाना कुत्ता को रोटी खिलाना चाहिए।
आप अपने घर में श्रीकृष्ण की ऐसी तस्वीर लगाएं जिसमें वे शेषनाग के ऊपर नाच रहे हों और उनकी रोजाना पूजन करें। यह इस दोष से मुक्ति दिला सकता है।
आप श्रीकृष्ण की मूर्ति पूजा के दौरान उनका मंत्र ॐ नमः भगवते वासुदेवाय नमः का जाप अवश्य करें। यह काफी उपयोगी साबित हो सकता है।
इस लेख में दी गई सभी जानकारियां एक सामान्य मान्यताओं पर आधारित है जिसकी हम अपनी तरफ से कोई भी पुष्टि नहीं करते हैं।