भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप को लड्डू गोपाल कहा जाता है। घर में लड्डू गोपाल की स्थापना करके पूजा करने का खास महत्व माना जाता है।
ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि लड्डू गोपाल को घर में रखने के कुछ नियमों का पालन करना पड़ता है। ऐसा न करने पर भगवान नाराज हो सकते हैं।
लड्डू गोपाल को भोग लगाने और पूजा करने का लाभ व्यक्ति को मिलता है। माना जाता है कि भगवान कृष्ण के बाल स्वरूप की सेवा करने से जीवन की तमाम परेशानियां समाप्त हो जाती हैं।
लड्डू गोपाल की सेवा करने वालों को पारिवारिक सुख की प्राप्ति होती है। ऐसा कहा जाता है कि जिस घर में लड्डू गोपाल विराजमान होते हैं, वहां सुख-शांति बरकरार रहती है।
कुछ लोग अपने घर में 1 से ज्यादा लड्डू गोपाल की मूर्ति रखते हैं। ज्योतिष के जानकारों का कहना है कि घर में किसी भी देवता की एक से ज्यादा प्रतिमा नहीं रखनी चाहिए।
अगर किसी के पास घर में लड्डू गोपाल की दो प्रतिमाएं हैं तो दोनों की अलग-अलग सेवा करनी चाहिए। इतना ही नहीं, दोनों मूर्तियों की पूजा भी अलग ही करें।
यदि किसी के घर पर दो लड्डू गोपाल हैं तो दोनों मूर्तियों में से एक को लड्डू गोपाल और दूसरी को बलराम के रूप में पूजना चाहिए।
यहां दी गई जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है। नईदुनिया की तरफ से इसकी पुष्टि नहीं की जा रही है।
आज हमने जाना कि लड्डू गोपाल की कितनी मूर्ति घर में रख सकते हैं। इस तरह की अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ