विजया एकादशी का व्रत करने से जीवन में चल रही सभी समस्याओं को दूर करने में सहायता मिल सकती है। यह एकादशी फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष में आती है।
विजया एकादशी का व्रत करने समय ध्यान रखें कि रात के समय सात्विक भोजन करें और नकारात्मक विचारों से बचें।
विजया एकादशी व्रत करने से आपके जीवन की सभी बाधाएं समाप्त हो सकती हैं। साथ ही, जीवन में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है।
विजया एकादशी व्रत करने से पहले सुबह उठकर स्नान करें, साफ कपड़े धारण करें, व्रत का संकल्प लें और भगवान विष्णु का ध्यान करें।
विजया एकादशी के दिन भगवान विष्णु को तुलसी, फल, पंचामृत और पीले फूल अर्पित करना शुभ माना जाता है।
विजया एकादशी के व्रत करने वाले व्यक्ति को पूरे दिन अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही, निर्जला व्रत करने से आपको विशेष फल प्राप्त हो सकता है।
विजया एकादशी की रात जागरण, भजन और कीर्तन करने से विशेष फल प्राप्त हो सकता है। साथ ही, इससे मन शुद्ध होता है।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए दी गई है, ऐसी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें। naidunia.com