बच्चे अक्सर स्ट्रेस में होते है और पैरेंट्स इस बात को समझ नहीं पातें। आज हम आपको बताएंगे कुछ ऐसे लक्षण जिनसे आप जान सकेंगे कि आपका बच्चा स्ट्रेस में है या नहीं।
स्ट्रेस एक प्रकार का काल्पनिक और वास्तविक खतरे की भावना के लिए बॉडी की दी जाने वाली प्रतिक्रिया होती हैं। लंबे समय तक स्ट्रेस लेने से एंग्जायटी, डिप्रेशन और पैनिक अटैक भी आते हैं।
सबसे पहले बतौर मां-बाप अपने बच्चों को ऑब्जर्व करें, अगर बच्चे के स्वभाव में आपको कुछ अलग नजर आ रहा हो या बच्चे तनाव में दिखें तो उसे डांटने या टोकने से बचें।
अगर बच्चे ने कुछ गलती कर दी हो तो उसे डांटने के बजाय प्यार से उसे समझाएं। ज्यादा डांटने से भी बच्चे चिड़चिड़े हो जाते हैं।
अगर बच्चा पहले से तनाव में दिखे तो उसपर गुस्सा न करें और उससे बात कर समझने की कोशिश करें कि किस वजह से वह स्ट्रेस में हैं।
बच्चें का ध्यान उसके स्ट्रेस से हटाने के लिए उसे किसी न किसी काम में इन्वॉल्व रखें। ऐसा काम करवाए जो बच्चे के लिए भी फायदेमंद हो।
बच्चे की मेंटल स्थिति को जानने के लिए उसके साथ आपका समय बिताना बेहद जरूरी हैं। अगर आप उसे समय देंगे तो वह आप से अपनी सारी बातें शेयर कर सकेगा।
बच्चे कभी कभी छोटी छोटी बातों से भी परेशान हो जाते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप उन्हें मोटिवेट करें, बच्चें के स्कूल से आने के बाद उससे सवाल करें और उसे बोलने का समय दे।