शिवलिंग पर सिर्फ बेलपत्र चढ़ाने की न करें गलती


By Sahil07, Jul 2023 05:31 PMnaidunia.com

सावन का महीना

सावन इस साल 2 महीने तक चेलगा। भगवान शंकर को खुश करने के लिए लोग जलाभिषेक करते हैं। धार्मिक मान्यता के अनुसार, जल के साथ बेलपत्र चढ़ाना शुभ होता है

शिव की कृपा

शिवजी की कृपा पाने के लिए सावन के महीने में पुरुष-महिला व्रत और पूजा अर्चना करते हैं। शिवलिंग पर जल अर्पित करने से भी पुण्य मिलता है।

बेलपत्र

शिवलिंग पर बेलपत्र अर्पित करने को लेकर कई नियम भी होते हैं। खाली बेलपत्र अर्पित करना शुभ नहीं माना जाता है। आइए जान लेते हैं कि बेलपत्र कैसे चढ़ाना चाहिए।

कटा या फटा न हो बेलपत्र

बेलपत्र कटा या फटा बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। अगर आप सही बेलपत्र नहीं चढ़ाते हैं तो शिव भगवान नाराज भी हो सकते हैं।

सिर्फ बेलपत्र न करें अर्पित

बेलपत्र के साथ जल की धारा का होना जरूरी है। यानी आप एक लोटा जल में बेलपत्र को डालकर शिवलिंग पर चढ़ा सकते हैं। ऐसा करना शुभ माना जाता है।

चढ़ाएं इतने बेलपत्र

सावन के महीने में 11, 21, 51 और 101 बेलपत्र चढ़ाना शुभ माना जाता है। ऐसा करने से भगवान शिव काफी जल्दी खुश होते हैं।

तीन पत्तियों का एक साथ होना

धार्मिक मान्यता है कि बेलपत्र में तीन पत्तियां एक साथ होनी चाहिए। नियमों के साथ बेलपत्र चढ़ाने से महादेव अति प्रसन्न हो जाते हैं।

बेलपत्र तोड़ने के नियम

पेड़ से बेलपत्र तोड़ने के भी कुछ नियम है। कुछ तिथियों पर बेलपत्र तोड़ना शुभ नहीं होता है। इसमें चतुर्थी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी और अमावस्या शामिल है।

धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ

बैंबू का पौधा घर में लाता है सौभाग्य