भारतीय ज्योतिष में मंगल ग्रह को प्रभावशाली ग्रह माना गया है। किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह शुभ हो तो अच्छे फल मिलते हैं।
यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह अशुभ हो तो जातक के जीवन में कई तकलीफों का सामना करना पड़ता है। व्यक्ति दरिद्र भी हो सकता है।
किसी व्यक्ति की कुंडली में यदि मंगल ग्रह पहले, चौथे, 7 वें और 12वें भाव में मंगल स्थित है तो ऐसे लोगों पर मंगल का प्रभाव ज्यादा होता है।
मंगली लोगों की शादी में देरी होती है। प्रॉपर्टी के काम में नुकसान होता है और शरीर में दर्द की समस्या के साथ-साथ खून से संबंधित बीमारी हो सकती है।
मंगल ग्रह के प्रभाव को दूर करने के लिए हर मंगलवार को मंगल देव की भात पूजा करना चाहिए। वहीं गरीब और जरूरतमंद लोगों को दान देना चाहिए।
मंगल देव को प्रसन्न करने के लिए मंगलवार को हनुमानजी की पूजा करना चाहिए और हनुमान चालीसा, बजरंग बाण का पाठ करने के लिए गुड़ चने का भोग लगाएं।