पूर्वज घर के मेन गेट के ऊपर सिंदूर से स्वास्तिक का चिन्ह बनाते थे। इससे घर में सौभाग्य, समृद्धि में वृद्धि होती थी । मेन गेट के ऊपर सिंदूर से स्वास्तिक बनाए जाने से रोग व शोक में कमी आती है।
अगर आप घर के सदस्यों की तरक्की चाहते हैं तो घर के मेन गेट पर एक तरफ केले का वृक्ष और दूसरी तरफ तुलसी का पौधा गमले में लगा दें। घर में सकारात्मक ऊर्जा का वास होने लगेगा।
घर के वास्तु दोष को दूर करने के लिए छत पर एक बड़ा गोल शीशा इस तरह से लगाएं कि मकान की संपूर्ण छाया उसमें दिखाई देती रहे। इससे भवन में तरंगित ऊर्जा का सुखद एहसास होता है।
आपको भूलकर भी कभी घर में टूटे बर्तन या टूटी खाट का प्रयोग नहीं करना चाहिए और न ही घर में टूटे बर्तन व टूटी खाट रखनी चाहिए। इसका आपको फायदा तो होता नहीं, उल्टा धन हानि के योग बनते हैं।
अगर आपने घर में पूजा स्थल बना रखा है तो वहां शुद्ध देसी घी का दीपक हर रोज जलाएं। अगर घर में शंख भी रखा है तो उसकी ध्वनि तीन बार सुबह-शाम नियमित रूप से करें।
घर के देवालय में देवी-देवताओं पर फूलों के हार चढ़ा रखे हैं तो हर दूसरे दिन पुराने हार हटाकर, नए हार भगवान को अर्पित करने चाहिए।