सावन का महीना 30 अगस्त को खत्म होने वाला है। शिव जी की विशेष कृपा के लिए लोग रुद्राभिषेक करते है। आइए जानते है सावन के माह में क्यों करते हैं रुद्राभिषेक?
सावन के महीने में हर साल भक्त शिव जी को प्रसन्न करने के लिए रुद्राभिषेक करते है। रुद्राभिषेक में रुद्र मंत्रों के साथ शिव जी का अभिषेक किया जाता हैं।
रुद्राभिषेक में शिव जी के रुद्र अवतार की पूजा की जाती है। रुद्र अवतार शिव जी का प्रचंड रुप माना जाता है। रुद्राभिषेक करते वक्त शिवलिंग को स्नान करा के उसकी पूजा की जाती है।
सावन के माह में रुद्राभिषेक करने से धन, संपत्ति, वैभव के साथ-साथ सुख शांति भी मिलती है। भोले बाबा के आशीर्वाद से व्यक्ति की सभी इच्छाएं पूर्ण होती है।
रुद्राभिषेक करने से शिव जी की असीम कृपा प्राप्त होती है। कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए अवश्य ही रुद्राभिषेक करना चाहिए।
अगर आपकी कुंडली में ग्रह दोष भी हैं तो रुद्राभिषेक के करने से वह शांत हो जाते है। साथ ही व्यक्ति उन्नति भी करने लगता हैं।
बहुत मेहनत के बाद भी अगर आपको जीवन में सफलता नहीं मिल पा रही है तो रुद्राभिषेक कराना चाहिए। इससे जल्द ही आपको सफलता मिलेगी।
रुद्राभिषेक कराने से रोग-दोष से मुक्ति मिलती है और स्वास्थय संबंधी परेशानियां भी दूर होती है। ऐसे में विधिवत सच्चे मन और पूरी आस्था से रुद्राभिषेक करना चाहिए।