अक्सर लोग घर बनवाने के लिए जमीन खरीदते हैं। लेकिन जमीन का चयन करने में चूक जाते हैं, जिससे भविष्य में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में वास्तु के कुछ नियम को जानने के बाद ही जमीन लेना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार जमीन खरीदने के लिए उत्तर-पूर्व का कोना सबसे शुभ माना जाता है। अगर जमीन के इस तरफ कट होता है, तो यह अशुभ माना जाता हैं। इसके कारण लोगों के जीवन में तरक्की में बाधा का सामना करना पड़ सकता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, समतल भूमि जो हर तरफ से बराबर हो यह अच्छी मानी जाती है। ऐसी भूमि पर घर बनाने से किसी प्रकार की समस्या नहीं आती है और घर भी सही तरीके से अच्छा बनता है।
जमीन खरीदते समय यह जरूर ध्यान रखना चाहिए कि भूखंड के चारों कोण 90 डिग्री से हों। लेकिन, कई बार ऐसा नहीं होता है और भूखंड का कोई एक कोना या तो बड़ा हुआ होता है या घटा हुआ होता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, जमीन लेने का अच्छा दिन गुरुवार और शुक्रवार को माना जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि गुरुवार का दिन भगवान विष्णु और शुक्रवार का दिन माता लक्ष्मी को समर्पित है। इससे उस जगह पर बरकत बनी रहेगी।
वास्तु शास्त्र के अनुसार जमीन खरीदने से पहले उसके शुभ व अशुभ लक्षण जान लेने चाहिए। कई तरह की विधि भी बताई गई है जैसे- दीपक जलाकर, मिट्टी के रंग, स्वाद व गंध से भी भूमि परीक्षा शामिल है।
वास्तु शास्त्र में भूमि को शुद्ध करने के पांच प्रकार झाड़ना, गोमूत्र एवं गोबर से लीपना, गंगाजल से सींचना, ऊपर की मिट्टी को हटाना और गायों को एक दिन-रात के लिए रखना बताए गए हैं।
जमीन लेने से पहले इन वास्तु के कुछ नियम को जान लें। एस्ट्रो से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें NAIDUNIA.COM