छींक आना एक दैनिक क्रिया का हिस्सा होता हैं, लेकिन आप अक्सर घर में सुनते होंगे कि छींक के बाद लोग थोड़ा असहज महसूस करते हैं या रुक के या पानी पीकर निकलते हैं।आइए जानते हैं शुभ या अशुभ चीजों के बारे मे
ऐसा माना जाता हैं कि अगर किसी शुभ काम से पहले या शुभ कार्य के दौरान अगर आपको छींक आती हैं तो वह अपशगुन हो सकता हैं।
सर्दी- जुकाम के चलते बार बार छींक आना अपशगुन नहीं होता हैं, मेडिकल साइंस के अनुसार बीमारी में या बिना बीमारी के भी छींक आना एक सामान्य प्रक्रिया हैं।
ऐसा माना जाता हैं कि जब कोई व्यक्ति दुर्घटना स्थल, श्मशान या किसी शोक के स्थान पर पर छींक दे तो वह शुभ होता हैं।
किसी काम को करते जाते वक्त अगर आपको एक बार छींक आए तो वह अपशगुन माना जाता हैं। एक बार छींक आने पर रुक जाए और पानी पीकर थोड़े समय बाद ही निकलें।
एक से अधिक बार छींक आना अपशगुन नहीं बल्कि शगुन होता है, इससे आपका काम आसानी से और सफलतापूर्वक होने का संकेत होता हैं।
ऐसा माना जाता हैं कि अगर रसोई में दूध उबलते हुए घर की गृहिणी को छींक आ जाए तो यह अच्छा संकेत नहीं होता और इसे आपत्तिजनक माना जाता हैं।
यदि भोजन करते समय छींक आए तो यह अपशकुन माना जाता हैं। अगर आप बीमार हैं या दवा खा रहे हैं तो छींक का आना यह संकेत हैं कि आप जल्द स्वस्थ होने वाले हैं।