पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक पीपल में स्वयं भगवान विष्णु का वास है। हिंदू धर्म में पीपल के वृक्ष को सबसे पवित्र माना गया है। कहते हैं कि इसकी पत्तियों में भी देवी-देवताओं का वास होता है।
बरगद के पेड़ यानी वट वृक्ष को देव वृक्ष की संज्ञा दी गई है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार वट वृक्ष में भगवान शिव का वास होता है। इसके पूजन से अक्षय पुण्यफल प्राप्त होता है।
आंवले के पेड़ में भगवान विष्णु का वास माना गया है। आंवले का पेड़ माता लक्ष्मी को भी प्रिय है। आंवला नवमी पर इस वृक्ष की पूजा करने से भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
बेल के पेड़ में भगवान भोलेनाथ का वास है। बेल पत्र चढ़ाने से भगवान शिव अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं और उन पर बाबा भोलेनाथ की कृपा बरसती है।
धतूरे के पौधे में भी भगवान शिव का वास है। धतूरे का फूल चढ़ाने से भगवान शिव अपने भक्तों पर खास प्रसन्न होते हैं।
गूलर के वृक्ष का संबंध धन के देवता कुबेर से माना गया है। कहते हैं कि गूलर के पौधे/वृक्ष की नियमित पूजा करने से साधक को कुबेर की विशेष कृपा प्राप्त होती है।