Jaitkham: सतनामी समाज की आस्था का प्रतीक 40 फीट का जैतखाम


By Vinita sinha2022-12-19, 17:41 ISTnaidunia.com

रायपुर में सबसे बड़ा जैतखाम करीब 40 फीट का

40 फीट जैतखाम को मजबूत आधार देने के लिए जमीन के नीचे 15 फीट तक और जमीन के उपर 25 फीट तक बनाया गया है।

70 वार्डों में 150 से अधिक जैतखाम

सतनामी समाज के लिए श्रद्धा-आस्था का केंद्र राजधानी में 150 से अधिक जैतखाम। प्राय: हर वार्ड में दो से तीन जैतखाम

कुतुबमीनार से भी ऊंचा जैतखाम

रायपुर से लगे बलौदाबाजार जिला के गिरौदपुरी में विश्व का सबसे ऊंचा जैतखाम है। इसकी ऊंचाई दिल्ली के कुतुबमीनार की ऊंचाई से भी अधिक है।

सालों तक खराब नहीं होती लकड़ी

सामान्यत: 21 हाथ लंबी एवं गोलाकार वाली एक ही सरई लकड़ी से बनाया जाता है। इसमें अलग-अलग लकड़ियों को नहीं जोड़ा जाता।

क्रेन के सहारे फहराते हैं ध्वजा

गुरु घासीदास बाबा की जयंती पर पवित्र जैतखाम पर पुराने ध्वज को उतारकर नया सफेद ध्वज चढ़ाते हैं। इसे पालो चढ़ाना कहा जाता है।

ध्वजा के लिए ऊपरी हिस्से में लोहे का हुक

लकड़ी का एक तिहाई हिस्सा जमीन के भीतर गाड़कर बनाया जाता है चबूतरा, सात हाथ लंबे बांस के डंडे पर आयताकार सफेद ध्वज फहराया जाता है।

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