कहानी उस क्रिकेटर की, जिसे दी गई फांसी की सजा


By Kushagra Valuskar2023-03-09, 15:59 ISTnaidunia.com

रोल मॉडल

सचिन तेंदुलकर, रिकी पोंटिंग और कुमार संगकारा जैसे क्रिकेटर्स युवा खिलाड़ियों के लिए रोल मॉडल हैं।

दुखद अंत

एक क्रिकेटर ऐसा भी हुआ। जिसके कारनामे से पूरी दुनिया हैरान हो गई थी। उसकी जिंदगी का दुखद अंत हुआ था।

लेस्ली हिल्टन

इस क्रिकेटर का नाम लेस्ली हिल्टन था। वेस्टइंडीज टीम के इस खिलाड़ी ने 1935-39 के बीच छह टेस्ट मैच में 16 विकेट लिए थे।

फांसी

17 मई, 1955 को लेस्ली हिल्टन को फांसी पर लटकाया गया। लेस्ली दुनिया के एकमात्र टेस्ट क्रिकेटर हैं, जिन्हें मौत की सजा दी गई।

लव अफेयर

जमैका के रहने वाले लेस्ली हिल्टन का लव अफेयर लुर्लिन रोज़ के साथ था, जो पुलिस इंस्पेक्टर की बेटी थी।

शादी

लेस्ली हिल्टन ने लुर्लिन के साथ 1942 में शादी कर ली। 1947 में दोनों माता-पिता बनें।

अवैध संबंध

1954 में लेस्ली हिल्टन को एक लेटर मिलता है। जिसमें उसकी पत्नी और रॉय फ्रांसिस नाम के शख्स के बीच अवैध संबंध का जिक्र था।

शक

लुर्लिन ने अफेयर की बातों से इनकार कर दिया, लेकिन लेस्ली का शक बढ़ता जा रहा था।

स्वीकारा

कुछ दिनों बाद लेस्ली हिल्टन को कुछ खतों के बारे में पता चला, जो उनकी वाइफ ने फ्रांसिस को भेजे थे। लुर्लिन ने अफेयर को स्वीकार कर लिया।

सात गोलियां दाग दी

लेस्ली हिल्टन ने गुस्से में लुर्लिन रोज़ को सात गोलियां दाग दी। वहीं, खुद पुलिस को इसकी जानकारी दी।

फांसी की सजा

20 अक्टूबर 1954 को हुई सुनवाई के दौरान जजों ने लेस्ली को दोषी माना और फांसी की सजा सुनाई।

प्रथम श्रेणी का रिकॉर्ड

दाएं हाथ के तेज गेंदबाज लेस्ली हिल्टन ने 40 प्रथम श्रेणी मैचों में 40 विकेट लिए थे।

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