माघ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि के अगले दिन जया एकादशी मनाई जाती है। आइए जानते है 2024 में किस दिन जया एकादशी मनाई जाने वाली है और क्या हैं शुभ मुहूर्त?
जया एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है। इस तिथि पर श्री हरि के निमित्त व्रत और पूजन करना चाहिए।
एकादशी के व्रत के पुण्य फलों का शास्त्रों में भी वर्णन पाया जाता है। इस व्रत को रखने से साधक के सकल मनोरथ यथाशीघ्र सफल होते है। साथ ही, मृत्यु लोक में भी सांसारिक सुखों की प्राप्ति होती है।
हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि 10 फरवरी को सुबह 8:49 मिनट से 20 फरवरी को सुबह 9:55 मिनट तक रहेगी।
21 फरवरी को सुबह 6:55 से 9: 11 तक आप पारण कर सकते है। व्रत रखने वाले जातक 20 फरवरी को पूजा-उपासना कर सकते है।
इस पर्व पर सूर्योदय से पहले उठें और माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु को प्रणाम करके दिन की शुरुआत करें। जरूरी कार्यों से निवृत्त होकर जल में गंगाजल मिलाकर स्नान करें और पीला वस्त्र धारण करें।
स्नान के बाद सूर्यदेव को जल का अर्घ्य अर्पित करें। इसके बाद भगवान विष्णु के पूरी विधि-विधान से पूजा करें। पूजा के दौरान विष्णु चालीसा का भी पाठ करें। अंत में आरती कर अपनी कामना भगवान के सामने प्रकट करें।
भगवान विष्णु को पीला फूल, पीला फल, खीर, सफेद मिठाई, आदि अर्पित करना न भूलें। पूरे दिन फलाहार के बाद शाम को फलाहार करें।