कार्तिक मास में श्रीहरि जल में ही निवास करते हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर दीपदान और नदी स्नान का बहुत महत्व माना जाता है।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा नदी में स्नान कर दीप दान करने से सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी होती है।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीप दान करने से पुनर्जन्म का कष्ट नहीं होता है। अपने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए भी दीपदान किया जाता है।
पवित्र नदियों में दीप दान करने से सभी तरह के संकट समाप्त होते हैं। साथ ही इससे यम, शनि, राहु और केतु के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है।
कार्तिक पूर्णिमा पर दीप दान करने से कई लाभ प्राप्त होते हैं। इस दिन दीपदान करने से व्यक्ति कर्ज से मुक्ति पाता है।
दीप दान करने से घर में धन समृद्धि बनी रहती है। माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु को प्रसन्न कर उनकी कृपा पाने के लिए भी दीप दान किया जाता है।