Navratri 2023: नवरात्रि में इन चीजों का रखेंगे ध्यान तो मिलेगा मनोवांछित फल
By anil Singh Tomar2023-03-19, 13:39 ISTnaidunia.com
नियमों का करें पालन
किसी भी पूजा के साथ नवरात्रि में पूजा के लिए नियम होते हैं। यदि इन नियमों का पालन किया जाए तो नवरात्रि में पूजा का मनोवांछित फल मिलता है।
कलश का महत्व
हर पूजा में कलश का विशेष महत्व होता है। कलश में त्रिदेव के साथ रूद्र, सभी नदियों, सागर कोटि-कोटि देवताओं का वाश होता है। इसमें सर्वाधिक सकारात्मक ऊर्जा होती है।
ईशान कोण में करे कलश स्थापना
कलश को उत्तर-पूर्व दिशा में ईशान कोण में स्थापित करना चाहिए। इस दिशा में जल व ईश्वर का स्थान माना गया है। इसलिए उत्तरपूर्व में कलश स्थापित करने से उचित फल मिलता है।
कलश स्थापना में ये करें
पूजा स्थल पर जल से भरा हुआ पात्र रखे। स्वास्तिक बनाकर कलावा बांधे। कलश में साबूत सुपारी, सिक्का और अक्षत डालकर अशोक के पत्ते रखें। एक नारियल उस पर चुनरी में लपेटकर रख दें और कलावा बांधे।
इन चीजों के कलश बना सकते है
नवरात्रि में देवी की पूजा के लिए सोना, चांदी, तांबा, पीतल या मिट्टी का कलश स्थापित किया जाता है। इन सभी चीजों को शुभ माना जाता है।
मुंह हो दक्षिण दिशा में
देवी मां का क्षेत्र दक्षिण और दक्षिण पूर्व दिशा माना गया है इसलिए कि पूजा करते समय साधक का मुख दक्षिण या पूर्व में ही रहे। दक्षिण दिशा की ओर मुख करके पूजा करने से शांति अनुभव होती है।
जलाएं दीप
मातारानी की प्रतिमा व कलश स्थापित करने के बाद पूजा के दौरान दीपक में घी डालकर दीपक जलाएं। एक दीपक पूजा स्थल पर ऐसा रखें जो पूरे नौ दिन तक जलता रहे।