किन्नरों के बारे में आम लोगों को कम ही जानकारी होती है। दूसरे लोगों की तरह किन्नर भी पाठ-पूजा करते है।
भारत में पाठ-पूजा का विशेष महत्व होता है। आम लोगों की तरह किन्नर समाज के लोग भी पाठ-पूजा में विश्वास रखते है।
आज हम आपको बताएंगे कि किन्नर समाज के लोग किस देवता की पूजा करते है। आप शायद ही उन देवता का नाम जानते होंगे।
किन्नर समाज के लिए अरावन देवता को अपना देवता मानते है। बता दें कि उनको इरावन के नाम से भी जाना जाता है।
पौराणिक कथा के अनुसार अरावन देवता अर्जुन और नागकन्या उलूपी के पुत्र था। उनको कुशल धनुर्धर और मायावी अस्त्रों का ज्ञाता था।
मान्यताओं के अनुसार किन्नर लोग अरावन देवता की केवल पूजा ही नहीं करते है बल्कि उनसे विवाह भी करते है।
मान्यताओं के अनुसार तमिलनाडु के कूवगम गांव हर साल उत्सव मनाया जाता है यह 18 दिनों तक चलता है। इस उत्सव के 17वें दिन मंदिर का पुजारी किन्नरों को मंगलसूत्र पहनता है।