श्रीलंका में रामायण से जुड़े कई स्थल मौजूद हैं, लेकिन इनके पुरातात्विक साक्ष्य नहीं हैं।
श्रीराम का होना यदि सत्य है, तो रावण का होना भी उतना ही सच है।
रावण के पुष्पक विमान उतरने के लिए ग्रंथों में वर्णित आठ स्थानों में से कुछ अभी भी मौजूद हैं।
कई स्थल पानी में डूबे हैं इस तरफ भी विशेष कार्य कराए जाने की बात श्री लंका सरकार कह रही है।
श्रीलंका की संस्कृति प्राचीन संस्कृतियों में शुमार है। यहां का तीन हजार साल का लिखित इतिहास है।
यह अकेला ऐसा देश है, जिसने तीन हजार वर्ष पहले हाइड्रोलिक तकनीक के इस्तेमाल से टैंक बनाया था।