बीते कई दिनों से देश में डेंगू का कहर जारी है। डेंगू की बीमारी में हेमरेज शॉक सिंड्रोम का खतरा बढ़ जाता है। जानें क्या है इसके खतरे और प्रमुख लक्षण
डेंगू हेमरेज शॉक सिंड्रोम (HSS) एक गंभीर बीमारी है, जिसमें सीवियर प्लाज्मा लीकेज, सीवियर ब्लीडिंग हो सकती है। यह डेंगू की दूसरी या तीसरी अवस्था है।
डेंगू हेमरेज शॉक सिंड्रोम की परिस्थिति गंभीर अवस्था है, जिसमें मरीज का जान जाने का भी खतरा रहता है।
डेंगू मच्छरों से होने वाली एक खतरनाक बीमारी है, जो एडीज प्रजाति के संक्रमित मच्छर के काटने से फैलता है। इसमें तेज बुखार और फ्लू जैसे लक्षण दिखते हैं।
डेंगू हेमरेज शॉक सिंड्रोम होने पर मरीज का ब्लड प्रेशर अचानक गिरता है, जिससे व्यक्ति शॉक में चला जाता है। ऐसी परिस्थिति में मरीज की मौत हो सकती है।
डेंगू के लक्षण संक्रमित एडीज मच्छर के काटे जाने के 4-10 दिन बाद दिखाई देने लगते हैं। सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।
डेंगू के बचाव के लिए वैक्सीन प्रभावी तरीका नहीं है। डेंगू बुखार को फैलने से रोकने के लिए मच्छरों से बचना भी बेहद जरूरी है।