जानें क्या है रुमेटिक फीवर, बच्चों में इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज


By Sandeep Chourey04, May 2023 02:09 PMnaidunia.com

बच्चों की बीमारी

बच्चों के विकासशील अवस्था में रोग प्रतिरोधक क्षमता थोड़ी कमजोर होती है। ऐसे में Rheumatic fever के संक्रमण का खतरा बना रहता है।

दिल पर बुरा असर

मौसमी संक्रमण के कारण होने वाले Rheumatic fever से बच्चों को सर्दी, खांसी और बुखार हो सकता है, जिस कारण बच्चों के दिल पर बुरा असर पड़ता है।

रूमेटिक फीवर के लक्षण

रूमेटिक फीवर 5-14 वर्ष के बच्चों में होता है। इस रोग में बच्चों के दिल का स्वास्थ्य खराब हो जाता है। यह दिल की धमनियों को क्षतिग्रस्त कर देता है।

बैक्टीरिया के कारण

Rheumatic fever स्ट्रेप्टोकोकल बैक्टीरिया के कारण होता है, जो गले को प्रभावित करता है। इससे दिल और दिमाग की कोशिकाएं प्रभावित होती हैं।

ये है गंभीर लक्षण

बुखार के कारण इम्युनिटी सिस्टम भी कमजोर हो जाता है। सांस फूलना, जोड़ों में दर्द और सूजन होना, उल्टी होना, नाक से खून आने के साथ ही छाती में दर्द होता है।

ये रखें सावधानियां

स्ट्रेप्टोकोकल बैक्टीरिया एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है। इसलिए संक्रमित रोगी से दूरी बनाकर रखना चाहिए। साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।

रूमेटिक फीवर का इलाज

रूमेटिक फीवर का इलाज लंबे समय तक चलता है। उन रोगियों के उपचार में ज्यादा समय लग सकता है, जिनके हृदय में सूजन हो। एंटी इंफ्लेमेटरी दवाएं दी जाती हैं।

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