26 अगस्त को जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन भगवान कृष्ण के जन्म की खुशी में व्रत रखा जाता है। अगर आप पहली बार व्रत रख रहे हैं तो इससे जरूरी नियमों को जान लें।
जन्माष्टमी व्रत के कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है। माना जाता है इन नियमों का पालन आप नहीं करेंगे तो व्रत का फल बिल्कुल नहीं मिलेगा।
जन्माष्टमी के व्रत के दिन अन्न ग्रहण करने की मनाही होती है। बता दें कि अन्न ग्रहण करते ही आपका व्रत टूट जाएगा और आपको उसका कोई फल नहीं मिलेगा।
व्रत के दिन सबसे पहले स्नान कर लें। इसके साथ ही, स्नान करने से पहले कुछ भी खाने या पीने से परहेज करें। वरना व्रत टूट सकता है।
जन्माष्टमी के व्रत को दिन के समय नहीं तोड़ा जाता है। इस व्रत को देर रात चांद निकलने के बाद ही पूर्ण माना जाता है और फिर कुछ ग्रहण किया जाता है।
जन्माष्टमी के व्रत वाले दिन आपको मंत्रों का जाप करना चाहिए। माना जाता है कि इससे भगवान कृष्ण की कृपा आपको मिल सकती है।
जन्माष्टमी के दिन भगवान कृष्ण की पूजा सच्चे मन से करनी चाहिए। ऐसा करने से आपकी तमाम मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएंगी।
इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य और धार्मिक मान्यताओं पर आधारित हैं। नईदुनिया की तरफ से उपरोक्त सूचना की पुष्टि नहीं की जा सकती है।