Magistrate Mahadev:गिरगांव महादेव की अदालत में झूठ बोलने पर मिलती है सजा
By Anil Tomar2023-02-17, 14:30 ISTnaidunia.com
अदालत में सुलझते हैं विवाद
गिरगांव महादेव मंदिर में चोरी, शक या झूठ बोलने सहित कई विवादित मामले आते हैं। जहां पर लोगों को महादेव के सामने कसम खानी पड़ती है। यहां पर जो सत्य बोलता है वही कसम खाता है।
झूठ बोला तो मिलती है सजा
यदि किसी मामले में गिरगांव महादेव के सामने किसी ने झूठ बोला या झूठी कसम खाई तो 24 घंटे में ही उसके साथ कुछ अनिष्ट होता है। जिससे पता चल जाता है कि उसने मंदिर में झूठ बोला है।
तुरंत निर्णय, कोई खर्चा भी नहीं
अन्य अदालतों की तरह गिरगांव महादेव की आदालत में न तो अर्जी लगती है और न ही कागजी लगता है और न ही वकीलों को फीस देनी पड़ती है। केवल महादेव के सामने कसम खानी पड़ती है।
ऐसे होता फैसला
दोनों पक्ष गिरगांव महादेव के समक्ष खड़े कर बात रखते है। गिरगांव के महादेव की कसम खाने के बाद दोनों पक्ष संतुष्ट हो जाते हैं। विश्वास होता है कि जो भी महादेव के सामने झूठ बोलेगा उसे सजा मिलेगी।
मिर्ची बाबा को मिली थी सजा
चर्चा में रहने वाले मिर्ची बाबा ने गिरगांव महादेव मंदिर पर दोपहर में झूठ बोला था। शाम को ही वे एक रेप के मामले में गिरफ्तार हो गए थे। चर्चा थी कि महादेव की अदालत में झूठ बोलने की सजा मिली।
झूठी कसम खाने पर हश्र बुरा
मान्यता है कि महादेव के सामने जिसने झूठी कसम खाई है उसका हश्र बुरा हुआ है। चोरी के मामले में एक ही परिवार के दो पक्षों के बीच विवाद हुआ। एक पक्ष ने झूठी कसम खा ली थी उसके बेटे ने खुदकुशी कर ली थी।