भगवान शिव अपने भक्तों पर भरपूर कृपा बरसाते हैं। सच्चे मन से की गई पूजा का फल अवश्य मिलता है।
कहा जाता है कि भगवान शिव को तीन अंक प्रिय है।
पुराणों में कहा गया है कि भगवान शिव ही इस दुनिया का संचालन और पालन करते हैं।
भगवान शिव के त्रिशूल में तीन शूल हैं, भगवान शिव के तीन नेत्र हैं और तीन बेल पत्ती शिव को प्रिय हैं।
भगवान शिव के माथे पर तीन रेखाओं वाला त्रिपुंड सजता है।
पंडितों के अनुसार शिवपुराण के त्रिपुर दाह की कथा में भगवान शिव से जुड़े तीन अंक के रहस्य का वर्णन है।
पुराणों के अनुसार भगवान शिव ने असुरों के तीन नगरों जिन्हें त्रिपुर कहा जाता था का विध्वंस किया था। इन्हें उन्हें त्रिपुरी भी कहा जाता है।