भगवान शिव को बेलपत्र बहुत प्रिय है। इसे चढ़ाते समय कुछ नियमों का ध्यान रखने से भगवान जल्द प्रसन्न होते हैं।
महाशिवरात्रि के दिन कम से कम 3 बेलपत्र जरुर चढ़ाएं। इसके बाद 5 या 11 बेलपत्र चढ़ाना शुभ माना जाता है।
शिवलिंग में चढ़ाते समय चिकनी सतह ऊपर की तरफ हो। उसकी डंठल आपकी तरह होनी चाहिए।
बेलपत्र चढ़ाते समय ध्यान रखें कि इसमें तीन पत्ते जरूर हों। इन्हें भगवान शिव के तीन नेत्र के रूप में माना जाता है।
बेलपत्र में किसी भी प्रकार का दाग-धब्बे या फिर कटा हुआ न हो। कटी-फटी बेलपत्र चढ़ाने से शुभ फलों की प्राप्ति नहीं होती है।
अगर बेलपत्र नहीं मिल रहे, तो शिवलिंग पर चढ़े हुए बेलपत्र को साफ पानी या गंगाजल से धो लें और फिर चढ़ा दें।