शास्त्रों में मंत्रों को बेहद पवित्र बताया गया है। हिंदू धर्म में कोई भी पूजा बगैर मंत्रों के पूरी नहीं हो सकती है। माना जाता है कि मंत्रों का जाप करने से भगवान की कृपा भी हासिल हो सकती है।
मंत्रों का जाप करने से जुड़े कुछ नियमों का आपको जरूर पालन करना चाहिए। अपवित्र अवस्था में मंत्रों का जाप करना शुभ नहीं माना जाता है।
शास्त्रों में बताया गया है कि प्रभु का नाम आप चलते-फिरते कभी भी ले सकते हैं। हालांकि, मंत्रों का कभी भी जाप करना सही नहीं होता है।
आमतौर पर मन को शांत करने के लिए गायत्री मंत्र का जाप करने की सलाह दी जाती है, लेकिन अपवित्र अवस्था में इसका जाप करना बिल्कुल भी सही नहीं माना जाता है।
मंत्रों का जाप करने के लिए आपका शरीर पवित्र होना बेहद जरूरी है। इस वजह से मंत्रों का जाप करने से पहले स्नान जरूर करें।
माना जाता है कि माला के साथ मंत्रों का जाप करना भी ज्यादा बेहतर होता है। ऐसा करने से जाप के दौरान आपका ध्यान भी नहीं भटकता है।
मंत्रों का जाप इंसान को मन में ही करना चाहिए। ज्यादा तेज बोलकर मंत्रों का जाप करना सही नहीं माना जाता है। अक्सर लोग यह गलती जानकारी के अभाव में कर बैठते हैं।
मंत्रों के जाप से जुड़ी तमाम जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। इसके जरिए हमारी तरफ से किसी प्रकार का कोई दावा नहीं किया जा रहा है।
आज हमने मंत्रों का जाप करने से जुड़े नियमों के बारे में जाना। ऐसी ही अन्य धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ