विशेषज्ञ कहते हैं कि मटके की मिट्टी पानी को शुद्ध बनाने में मदद करती है। क्योंकि, जब पानी को मटके में चार घंटे से ज्यादा रखा जाता है, तो यह उसकी अशुद्धियों को सोखकर पानी को साफ बनाती है।
गर्मी का मौसम आते ही ठंडे पानी की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है। मिट्टी के घड़े में पानी न केवल प्राकृतिक तरीके से ठंडा रहता है बल्कि इसमें भरा पानी पीने से कई अन्य सेहत लाभ भी होते हैं।
मटके का पानी मेटाबॉलिज्म को तेज करता है। जिसके कारण फैट तेजी से बर्न होता है और आपको वेट लॉस में मदद मिलती है।
घड़े का पानी लू से बचाता है। घड़े की मिट्टी में कुछ खास विटामिन और मिनरल होते हैं, जो शरीर में ग्लूकोज का लेवल बनाए रखते हैं और शरीर को अंदर से ठंडा रखते हैं।
मिट्टी की प्रकृति अल्कलाइन होती है, जो पेट में अत्यधिक बनने वाले एसिड को बैलेंस करती है। मटके का पानी पीने से शरीर का पीएच लेवल नॉर्मल रहता है और एसिडिटी या पेट संबंधित समस्याएं कम होती हैं।
गर्मियों में फ्रिज का ठंडा पानी पीने से गला खराब हो जाता है, लेकिन घड़े का पानी पीने से ऐसा नहीं होता। घड़े का पानी आपके शरीर को ठंडक पहुंचाता है और बढ़े हुए तापमान को नियंत्रित करता है।
गर्मी के मौसम में स्किन चिपचिपी हो जाती है। ऐसे में फोड़े, फुंसी और मुंहासे जैसी समस्याएं होती हैं। घड़े का पानी पीने से आपकी ये समस्याएं नियंत्रित होती हैं और आपकी स्किन पर चमक आती है।