ब्रह्मांड में जितने सारे ग्रह हैं, सभी रहस्यों से पूरी तरह भरे हुए हैं। उसी में बुध ग्रह भी शामिल है, जिसके रहस्य जानकर लोग चौंक जाएंगे।
जिस प्रकार धरती के पास चंदा मामा यानी चंद्रमा है उस तरह बुध के पास चंद्रमा नहीं है। इसके पास कोई प्राकृतिक उपग्रह नहीं है।
बुध ग्रह की सतह पर सैकड़ों किलोमीटर तक बड़े बड़े गहरे गड्ढे हैं। ऐसा शायद क्षुद्रग्रह के टकराने से हुए हैं जो एक रहस्य ही है।
जिस प्रकार पृथ्वी पर एक दिन रात पूरे 24 घंटे का होता है उस तरह 176 दिनों का एक दिन बुध ग्रह पर होता है। यह बेहद रोचक तथ्य है।
बुध ग्रह का औसत तापमान -173 से 427 डिग्री सेल्सियस के बीच तक होता है। इसलिए यहां इंसान का जीना तो बेहद मुश्किल है।
बुध ग्रह का औसत तापमान -173 से 427 डिग्री सेल्सियस के बीच तक होता है। इसलिए यहां इंसान का जीना तो बेहद मुश्किल है।
बुध ग्रह पर भी खनिज, जिसमें लोहा भी शामिल है, पृथ्वी की तरह ही भारी मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए इसे घना ग्रह भी कहा जाता है।
वैज्ञानिक का कहना है कि अधिक गर्मी की वजह से बुध ग्रह की सतह लगातार सिकुड़ रही है। यह ग्रह पहले की अपेक्षा काफी छोटी हो गई है।
सारे ग्रहों में कुछ न कुछ बदलाव होते रहते हैं जिनका असर सीधा मानव जीवन पर पड़ता है। ऐसे में बुध का भी बदलाव बेहद रोचक है।