साल के आखिरी दिन यानी 31 दिसंबर को अपने ईष्ट देव की पूजा करनी चाहिए। इस दौरान भजन-कीर्तन भी किया जा सकता है।
साल के आखिरी दिन जरूरतमंदों की मदद करनी चाहिए। संभव हो तो खाने-पीने की चीजों के अलावा कपड़े दान करें।
वर्ष के अंतिम दिन काले रंग के वस्त्र पहनने से बचना चाहिए। इसके बजाय चमकदार और सुंदर कपड़े पहनें।
साल के अंतिम दिन कर्ज देना या लेना नहीं चाहिए। इसके अलावा बहस, झगड़ा या किसी भी प्रकार के विवाद से बचना चाहिए।
अपने और परिवार की खुशहाली के लिए नए साल के पहले दिन घर में रोशनी करनी चाहिए। इसके अलावा घर को फूलों से भी सजाया जा सकता है।
यदि किसी शारीरिक परेशानी से जूझ रहे हैं तो वर्ष के पहले दिन घर में फूल के पौधे लगाने चाहिए। सहस्त्रनाम पाठ करने का भी लाभ मिलता है।