महाभारत देखने और सुनने वाले ज्यादातर लोगों को यह लगता है अर्जुन, भीम या कर्ण इस कहानी के सबसे बलशाली किरदार होंगे। लेकिन असलियत में ऐसा नहीं है।
महाभारत के युद्ध में हिस्सा ने लेने वाली एक व्यक्ति ऐसे भी थे, जो सबसे अधिक बलशाली थे। आइए जानते है अर्जुन, कर्ण और भीम नहीं तो कौन थे महाभारत के सबसे बलवान पुरुष।
महाभारत के युद्ध में गुरु परशुराम ने हिस्सा नहीं लिया था। लेकिन वह इस कहानी में सबसे बलशाली योद्धा थे, गुरु परशुराम के सामने कोई भी नहीं टिक सकता था।
गुरु परशुराम ने भीष्म पितामह का प्रशिक्षण किया था। भीष्म पितामह महाभारत के युद्ध के सबसे कुशल योद्धा और रणनीतिकार थे।
गुरु परशुराम की महाभारत के युद्ध में किसी भी प्रकार से कोई भी भागीदारी नहीं थी। परशुराम ने न सिर्फ भीष्म पितामह बल्कि कर्ण को भी प्रशिक्षित किया था।
परशुराम इस धरती पर रामायण काल से लेकर महाभारत काल तक रहे थे। ब्राह्मण ऋषि के पुत्र और भगवान विष्णु के छठे अवतार परशुराम ने भीष्म, द्रोण व कर्ण को शस्त्र विद्या सिखाई थी।
परशुराम जी का उल्लेख रामायण, महाभारत, भागवत पुराण और कल्कि पुराण इत्यादि अनेक ग्रंथों में किया गया है। परशुराम जी अहंकारी और धृष्ट हैहय वंशी क्षत्रियों का पृथ्वी से 21 बार संहार करने के लिए प्रसिद्ध है।
विष्णु पुराण और महाभारत के मुताबिक, परशुराम जी का मूल नाम राम था किंतु जब भोले बाबा ने उन्हें अपना परशु नामक अस्त्र प्रदान किया तभी से उन्हें परशुराम कहा जाने लगा।
महाभारत के सबसे बलवान किरदारों में से एक परशुराम की यह स्टोरी आपको पसंद आई तो ऐसी ही धर्म और अध्यात्म से जुड़ी खबरों को पढ़ने के लिए जुड़े रहें naidunia.com के साथ