ओपेनहाइमर क्रिस्टोफर नोलन द्वारा निर्देशित एक साइंस बायोग्राफिकल थ्रिलर फिल्म है। आइए जानते है कि भारत में क्यों हो रहा ओपेनहाइमर का विरोध।
ओपनहाइमर फिल्म में जूलियस रॉबर्ट ओपेनहाइमर की कहानी दिखाई गई है। इस मूवी में महान साइंटिस्ट जूलियस रॉबर्ट के जीवन को दिखाया गया है।
जूलियस रॉबर्ट ओपेनहाइमर मैनहट्टन प्रोजेक्ट के लीडर थे। यह फिल्म में एटॉमिक बॉम्ब बनाने की कहानी है।
जूलियस रॉबर्ट ओपेनहाइमर को फादर ऑफ द एटॉमिक बॉम्ब कहा जाता है। अपने जीवन में एटॉमिक बॉम्ब बनाने के बाद उन्हें इस बात का बेहद पछतावा हुआ जाता है।
मूवी के एक सीन में ओपेनहाइमर अपनी बीवी के साथ बोल्ड सीन में गीता लिए दिखाया गया है। सेंसर बोर्ड का आरोप हैं कि यह फिल्म हिंदू धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम कर रही है।
मूवी में दिखाएं गए भगवद्गीता के उस सीन को लेकर भारतीय सिनेमा जगत की कई हस्तियां इसे पब्लिक की नजर से देख रही है।
भारत में ओपेनहाइमर फिल्म ने अब तक 67 करोड़ के आसपास का बिजनेस किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार यह फिल्म 100 मिलियन डॉलर के बजट में बनी है।
यह फिल्म परमाणु बम की मेकिंग और फिर उससे हुए नुकसान को वैज्ञानिकी भाषा में दिखाती है। भारत में फिल्म के एक सीन को लेकर हुए विवाद के बाद उस सीन को हटाने की मांग उठ रही है।