Panchang: इन तिथियों पर है शुभ कार्यों की मनाही, जानिए इनके प्रकार
By Navodit Saktawat2022-11-16, 19:03 ISTnaidunia.com
तिथियों के हैं इतने प्रकार
मुख्यत: तिथियों को पांच भागों में बांटा गया है। तिथियों के ये प्रकार नंदा, भद्रा, जया, रिक्ता और पूर्णा है।
नंदा तिथि
नंदा तिथियों की गणना शुभ तिथियों में की जाती है। प्रतिपदा, षष्ठी और एकादशी नंदा तिथि कहलाती हैं। कारोबार को प्रारंभ करने या व्यापार से संबंधित कार्य करने के लिए इन तिथियों को शुभ माना गया है।
शून्य तिथि
कुछ तिथियों शून्य तिथि माना गया है। मान्यता है कि इन तिथियों में विवाह कार्य संपन्न नहीं किए जाते हैं, लेकिन बाकी कार्य किए जा सकते हैं।
ये हैं अशुभ तिथियां
ये तिथियां हैं चैत्र कृष्ण अष्टमी, वैशाख कृष्ण नवमी, ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्दशी, ज्येष्ठ शुक्ल त्रयोदशी, आषाढ़ कृष्ण षष्ठी, श्रावण कृष्ण द्वितीया और तृतीया, भाद्रपद कृष्ण प्रतिपदा एवं द्वितीया
इन तिथियों की है मनाही
आश्विन कृष्ण दशमी और एकादशी, कार्तिक कृष्ण पंचमी एवं शुक्ल चतुर्दशी, अगहन कृष्ण सप्तमी व अष्टमी, पौष कृष्ण चतुर्थी एवं पंचमी, माघ कृष्ण पंचमी और माघ शुक्ल तृतीया।
रिक्ता तिथि
पंचाग में चतुर्थी, नवमी और चतुर्दशी रिक्ता तिथियां कहलाती हैं। शास्त्रों के अनुसार रिक्ता तिथियों में गृहस्थ लोगों को शुभ कार्य नहीं करना चाहिए। ये तिथियां तंत्र-मंत्र सिद्धि के लिए शुभ मानी गई है।
जया तिथि
जया तिथियों की गणना भी शुभ तिथियों में होती है। तृतीया, अष्टमी और त्रयोदशी जया तिथियां कहलाती हैं। जया तिथियों में शक्ति से संबंधित कार्य, मुकदमों से संबंधित मामले, शस्त्रों की खरीदारी कर सकते हैं।
भद्रा तिथि
भद्रा तिथियों को भी शुभ माना गया है। द्वितीया, सप्तमी और द्वादशी भद्रा तिथि कहलाती हैं। भद्रा तिथियों में अनाज, दुधारू जानवर, वाहन आदि की खरीदारी शुभ मानी जाती है।
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